आमेर का दुर्ग
- प्राचीन समय में जयपुर राज्य की राजधानी आमेर थी , यह आमेर दुर्ग जयपुर से 11 कि.मी. दुरी पर पूर्व में स्थित है ।
- आमेर का दुर्ग माओटा झील के किनारे स्थित पहाड़ी पर बना हुआ है ।
- यहां पर पहले कई बावड़ियाँ मोजूद थी , यहां पर प्राचीन समय में कुएँ, उद्यान,और कुण्ड की भी कोई कमी नहीं थी ।
- यह आमेर का किला मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है ।
- आमेर का पुराना नाम अम्बावती था। इस नगर का प्राचीन नाम अम्बिकेश्वर था ।
- अम्बिकेश्वर का अर्थ होता है अम्बिका ( दुर्गा ) का पति अर्थात शिव है ।
- अम्बिकेश्वर में एक प्राचीन शिवालय भी है । यह मंदिर विश्व के अद्भूत मंदिरों में से एक है।
- मंदिर का मूल शिवलिंग धरती माता के गर्भ गृह में स्थित है जो जमीन से 15 फुट की गहराई में स्थित है ।
- यहां पर वर्षा के दिनों में यह मंदिर 6 से 7 महीने तक जलमग्न रहता है। इसीलिए अम्बिकेश्वर भगवान के दर्शन साल में 5 से 6 महीने तक ही हो पाते है।
- आमेर किले का निर्माण 17वीं शताब्दी के शुरुआत में राजा मानसिंह ने शुरू करवाया ।
- लेकिन 100 वर्ष के बाद सवाई जयसिंह ने इस महल के कार्य को पूर्ण करवाया ।
- आमेर के राजमहल के प्रवेश द्वार पर गणपति की मूर्ति स्थित है ।
- आमेर के महल में स्थित शिरोमणि का मंदिर सुंदर भवन है ।
- इस शिरोमणि मन्दिर के प्रवेश द्वार पर सुंदर तोरण और श्री गरुड़ जी की मूर्ति स्थापित है इस मंदिर का निर्माण मानसिंह प्रथम ने किया था , इस मंदिर बनाने के लिए 80 लाख रुपये उस समय खर्च हुए थे ।
- यह मंदिर राजा मानसिंह ने जब चित्तौड़ पर आक्रमण किया तब राजा जगत सिंह मारा गया था , उसी की याद में राजा मानसिंह ने यह जगत शिरोमणि माता का मंदिर बनवाया था ।
- मंदिर में मुख्य प्रतिमा भगवान विष्णु जी की है राजा मानसिंह द्वारा लाई गई गिरधारी जी की मुर्ति भी इस मंदिर में स्थापित है ।
- महलों में दीवाने -खास और जय मंदिर कला की सीमा है ।
- मुख्य द्वार के पास जयपुर के राजाओं अर्थात कच्छवाह वंश के राजाओं की कुलदेवी " शिलामाता " का मन्दिर स्थित है ।
- आमेर के महल का शीशमहल बहुत ही सुंदर और आकर्षक है ।
- लेखक हैबर आमेर के महलों की सुंदरता कहता है की " मैने क्रेमलिन में जो कुछ देखा है और अलब्रह्राण्ड के बारे में जो कुछ सुना है उससे भी बढ़कर ये महल है ।
- " दीवान-ए-आम " का निर्माण मिर्जा राजा जय सिंह ने किया था ।
- आमेर शक्तिशाली किले जयगढ़ जो लगभग 150 मी. की ऊंची चोटी पर स्थित है अपने राजमहल की रक्षा करता प्रतीत होता है ।
- आमेर पर्यटन की दृष्टि से अपनी सुंदरता का और महानता का आकर्षक केंद्र है ।
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